बहराइच : जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति (दिशा) की बैठक सांसद बहराइच डॉ. आनन्द कुमार गोंड की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में सौहार्दपूर्ण वातावरण में सम्पन्न हुई।
बैठक में सांसद कैसरगंज करण भूषण सिंह, विधायक पयागपुर सुभाष त्रिपाठी, नानपारा के राम निवास वर्मा, सांसद कैसरगंज के प्रतिनिधि सुनील सिंह व संजीव सिंह, सदर विधायक श्रीमती अनुपमा जायसवाल के प्रतिनिधि शिवम जायसवाल, विधायक बलहा श्रीमती सरोज सोनकर के प्रतिनिधि आलोक जिंदल, विधायक पयागपुर के प्रतिनिधि निशंक त्रिपाठी, नगर निकायों के अध्यक्ष, प्रमुखगण, समिति के सदस्यगण सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारीगण मौजूद रहे।
बैठक के दौरान धान खरीद कार्य की समीक्षा के दौरान सांसद द्वय द्वारा ए.आर. को-आपरेटिव को निर्देश दिया गया कि को-आपरेटिव के सभी 103 धान क्रय केन्द्रों को तत्काल क्रियाशील करते हुए कृषकों से शासन द्वारा निर्धारित मानक के अनुसार धान की खरीद की जाय।
धान क्रय तथा खाद व बीज वितरण कार्य से सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि वितरण व्यवस्था को पूरी तरह से पारदर्शी बनाया जाय।
सेन्टरों पर आने वाले कृषकों के सभी कार्मिक मित्रवत व्यवहार करें। कार्मिकों के आचरण एवं व्यवहार को लेकर किसी प्रकार की शिकायत नहीं आनी चाहिए।
जिला कृषि अधिकारी को निर्देश दिया गया कि उर्वरक की उपलब्धता एवं वितरण का डे-बाई-डे डाटा जनप्रतिनिधियों को उपलब्ध कराएं।
ई-राष्ट्रीय कृषि बाजार (ई-नाम) की समीक्षा के दौरान मण्डी सचिव को निर्देश दिया गया कि शासन द्वारा निर्धारित मानक के अनुसार किसानों को योजना से आच्छादित किया जाय। योजना से सम्बन्धित पोर्टल पर जनपद के बाहर कृषकों द्वारा विक्रय की गई उपज को ही लोड कराया जाय।
कृषि अवसंरचना निधि योजना की समीक्षा के दौरान निर्देश दिया गया कि कृषि अवस्थापना के विकास के लिए संचालित इस महत्वपूर्ण योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाय तथा योजना से सम्बन्धित सम्पूर्ण विवरण जनप्रतिनिधियों को भी उपलब्ध करा दिया जाय।
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की समीक्षा के दौरान सांसद डॉ. गोंड द्वारा सुझाव दिया गया कि जो मार्ग अतिआवश्यक है उनके प्रस्ताव की प्रति जनप्रतिनिधियों को भी उपलब्ध करा दी जाय। बैठक में मौजूद जनप्रतिनिधियों की ओर से बांस गांव से कटका मार्ग व मनीटांड से खानपुर मल्लौह तक सम्पर्क मार्ग की मरम्मत कराये जाने का सुझाव प्राप्त हुआ।
श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन योजना अन्तर्गत चयनित कलस्टरों के अवशेष कार्य को पूर्ण करने के लिए सांसद द्वारा समय सीमा तय किये जाने का निर्देश दिया गया। आर-सेटी द्वारा संचालित प्रशिक्षण कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान निदेशक द्वारा बताया गया कि अब तक 586 लोगों को प्रशिक्षित किया गया है। सांसद ने निर्देश दिया कि प्रशिक्षित अभ्यर्थियों को ऋण दिलाकर उन्हें स्वावलम्बी बनाया जाय तथा प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले लाभार्थियों की सूची जनप्रतिनिधियों को उपलब्ध करा दी जाय।
