नई दिल्ली : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दुबई में भारतीयों की अघोषित संपत्तियों के संबंध में हवाला ऑपरेटरों पर बड़ी कार्रवाई की है। शुक्रवार को ईडी ने दिल्ली और गोवा में हवाला ऑपरेटरों से जुड़े कई ठिकानों पर छापे मारे। ईडी की मुख्यालय इकाई ने दुबई की अघोषित संपत्तियों की जांच के सिलसिले में विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के प्रावधानों के तहत एक साथ छापेमारी की है।
जांच एजेंसी को शक है कि फेमा नियमों का उल्लंघन करके पैसे भारत से बाहर भेजे गए और बाद में उन पैसों का इस्तेमाल दुबई में संपत्तियां खरीदने के लिए किया गया। फिलहाल, इस तलाशी अभियान में ईडी हवाला के जरिए विदेशों में किए गए अवैध विदेशी धन के लेनदेन और बेहिसाब निवेश का पता लगाने में जुटी है। इसी बीच, उद्योगपति अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस पावर लिमिटेड से जुड़े एक फर्जी बैंक गारंटी मामले में अमरनाथ दत्ता को गिरफ्तार किया है। इस मामले में यह तीसरी गिरफ्तारी है।
अदालत ने अमरनाथ दत्ता को चार दिन की ईडी की हिरासत में भेज दिया है। इससे पहले, रिलायंस पावर के तत्कालीन सीएफओ अशोक पाल और बिस्वाल ट्रेडलिंक प्राइवेट लिमिटेड के एमडी पार्थ सारथी बिस्वाल को ईडी ने गिरफ्तार किया था। अशोक पाल को इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों के तहत गिरफ्तार किया गया। वह वर्तमान में न्यायिक हिरासत में है। ईडी के अनुसार, अशोक पाल ने कंपनी के पैसों को इधर-उधर करने और एक सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यम को कथित रूप से धोखा देने के लिए सोलर एनर्जी कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एसईसीआई) को 68 करोड़ रुपए से अधिक की फर्जी बैंक गारंटी जमा करने में मुख्य भूमिका निभाई थी।
फर्जी बैंक गारंटी मामले में रिलायंस एडीएजी समूह के अध्यक्ष अनिल अंबानी से भी पूछताछ की जा सकती है। सूत्रों के अनुसार, ईडी ने उद्योगपति अनिल अंबानी को ग्रुप के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए 14 नवंबर को फिर से तलब किया है।
