NRC पर बीजेपी के साथ जदयू
पटना : ट्रिपल तलाक, धारा 35-ए और अनुच्छेद 370 जैसे मुद्दों पर पहले विरोध फिर समर्थन में उतरने वाली जनता दल यूनाइटेड (JDU) के ताजा कदम ने बिहार की सियासी गर्मी बढ़ा दी है | दरअसल, जदयू अब नागरिकता संशोधन विधेयक (CAB) और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन यानी एनआरसी (NRC) पर भी भारतीय जनता पार्टी (BJP) के साथ खड़ी दिख रही है |
धारा 370 या ट्रिपल तलाक जैसे मुद्दों पर जदयू ने पहले विरोध दिखाकर संसद से वॉक आउट किया था | ऐसा कर जदयू ने जहां सेक्युलरिज्म की छवि बनाए रखी, वहीं नीतीश कुमार की भाजपा से इतर सोच को भी बल मिला | अलबत्ता, पार्टी के इस कदम ने विपक्ष (Opposition Parties) को जरूर कमजोर किया | लेकिन अब जबकि एनआरसी का मुद्दा गर्म है, एक बार फिर जदयू का रुख सामने आया है | पार्टी के प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद (Rajeev Ranjan Prasad) ने कहा है कि CAB पर जदयू ने स्टैंड साफ कर दिया है |
कुछ दिनों में NRC पर भी रुख साफ कर देगी | जदयू प्रवक्ता ने न्यूज 18 के साथ बातचीत में सीधे तौर पर तो कुछ नहीं कहा, लेकिन उनकी बातों से साफ हो गया कि एनआरसी के मुद्दे पर भी जदयू अपने सहयोगी बीजेपी के साथ ही रहेगी |
नीतीश की ना, पार्टी की हां
कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने कहा था कि एनआरसी पर उनकी पार्टी का स्टैंड अभी तय नहीं है | सीएम ने कहा था कि हम पार्टी के अंदर, खासकर पूर्वोत्तर राज्यों के अपने नेताओं से राय लेने के बाद ही स्टैंड तय करेंगे |
यह पूछे जाने पर कि क्या ऐसा भी प्रावधान है कि कोई राज्य इसे लागू नहीं भी कर सकता? इस पर नीतीश ने कहा था कि अभी एनआरसी लागू करने को लेकर एक्ट नहीं बना है, जब बनेगा तभी यह बात स्पष्ट होगी | इसके उलट, बिहार विधानमंडल के शीत सत्र के दौरान जदयू नेता और प्रदेश अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री फिरोज उर्फ खुर्शिद आलम ने खुलकर एनआरसी का समर्थन किया | उन्होंने यहां तक कहा था कि हम हमारे देश में कैसे किसी पाकिस्तानी, बांग्लादेशी या अन्य घुसपैठियों को रहने की इजाजत दे सकते हैं |
मंत्री के इस बयान का समर्थन तब जदयू के ही एक और विधान पार्षद अशोक चौधरी ने भी किया था |