64,000 पेड़ काटने की तैयारी में सरकार,सपा ने किया विरोध |
आशीष यादव,संवाददाता
लखनऊ : उत्तर प्रदेश की राजधानी में पहले से ही प्रदुषण बढ़ा हुआ हैं |वहीँ अगले साल फ़रवरी में होने वाले डिफेन्स एक्सपो के लिए गोमती नदी के किनारे लगे 64,000 पेड़ो को सरकार ने काटने का निर्देश दिया हैं |
उत्तर प्रदेश की राजधानी में पहले से ही प्रदुषण बढ़ा हुआ हैं | वहीँ अगले साल फ़रवरी में होने वाले डिफेन्स एक्सपो के लिए गोमती नदी के किनारे लगे 64,000 पेड़ो को काटने की तैयारी चल रही हैं | इसके लिए नगर निगम ने एलडीए को पत्र लिखा हैं | डिफेंस एक्सपो के दौरान सैन्य उपकरणों के प्रदर्शन और अन्य सुविधाओं के लिए पेड़ हटाने की ये तैयारी की जा रही है |
हनुमान सेतु से लेकर निशातगंज तक गोमती किनारे लगे पेड़ हटाने का प्रस्ताव भेजा गया है | डिफेंस एक्सपो खत्म होने के बाद गोमती किनारों पर नए पेड़ लगेंगे |
वहीँ दूसरी ओर समाजवादी पार्टी ने ट्वीट कर सवाल किया हैं की प्रदेश की सात में बैठी सरकार के 22 करोड़ पेड़ लगाने के दावे के बीच एक भी पेड़ उगा नहीं और गोमती के किनारे से 64,000 पेड़ों को काटने की तैयारी हो रही है। देश के सबसे प्रदूषित शहरों में से एक लखनऊ की हालत वृक्षों को नष्ट करने से और बिगड़ेगी। सपा विरोध करते हुए इस ‘विनाश’ को रोकने की मांग करती है
LDA ने पेड़ के बदले मांगे 59 लाख रुपए
लिहाजा, लखनऊ डेवलपमेंट अथॉरिटी (LDA) ने दोबारा पेड़ लगाने के लिए नगर निगम से 59 लाख रुपए की मांग की है | एलडीए का कहना है कि गोमती के किनारे इन पेड़ों को लगाने के लिए 59,06,827 रुपए खर्च किए गए थे |
इसके लिए एलडीए सचिव एमपी सिंह ने नगर आयुक्त को पत्र लिखा है | दरअसल, नगर आयुक्त से खर्च हुई रकम की मांग उस पत्र के बाद की गई है जिसमें नगर निगम ने डिफेन्स एक्सपो के आयोजन के लिए गोमती तट पर लगे पौदों को किसी और जगह विस्थापित करने की नात कही थी | सचिव ने पैसे की मांग के साथ ही नगर निगम को सिंचाई और वन विभाग से भी एनओसी लेने की बात कही है |