श्रीनगर में स्कूल खुले, मगर विद्यार्थी नदारद
लगभग 15 दिनों के अंतराल पर श्रीनगर में लगभग 200 स्कूलों को खोल दिया गया, लेकिन इस दौरान स्कूलों में कुछ ही विद्यार्थी नजर आए। अधिकांश स्कूलों में शिक्षक मौजूद थे, लेकिन आशंकित माता-पिता ने अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजा। बटमालू के महाराजपुरा निवासी अब्दुल अजीज ने कहा, “मैं अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेज सकता। अभी परिस्थितियां सही नहीं हैं और मैं जोखिम नहीं उठा सकता।”
केंद्रीय विद्यालयों और बेमिना में पुलिस पब्लिक स्कूल को छोड़कर, शहर के अन्य स्कूलों में विद्यार्थियों की उपस्थिति नगण्य रही। सरकार ने कहा कि लोगों की सुविधा के लिए आवाजाही पर प्रतिबंधों में ढील दी गई है।
जम्मू एवं कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को केंद्र सरकार द्वारा पांच अगस्त को निष्प्रभावी किए जाने के बाद, स्थानीय प्रशासन ने स्कूलों को फिर से खोलने की रविवार को घोषणा की थी।
राज्य सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने रविवार को कहा था, “हमने निर्णय लिया है कि श्रीनगर और अन्य क्षेत्रों में कल स्कूल खोले जाएंगे। हमें विश्वास है कि बच्चों की कक्षाओं में वापसी होगी, क्योंकि पिछले 13 दिनों में उनकी शिक्षा पर बहुत प्रभाव पड़ा है। हम स्कूलों में अतिरिक्त कक्षाओं का आयोजन करेंगे, ताकि समय पर बच्चों का पाठ्यक्रम पूरा हो सके।”