शाहीन बागः सभी लंगर संचालक पुलिस हिरासत में
नई दिल्ली : पूरे देश में नागरिकता संशोधन कानून(सीएए) के खिलाफ प्रदर्शनों की पहचान बन चुके शाहीन बाग में पुलिस की कार्रवाई शुरू हो गई है। इसके तहत पुलिस मंच से सात-आठ लोगों को पूछताछ के लिए थाने ले गई है।
इससे नाराज प्रदर्शनकारी थाने पहुंचे हैं। गिरफ्तारी से प्रदर्शनकारियों में आक्रोश है और जुमे की नमाज के बाद से ही स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।
वहीं प्रदर्शनस्थल पर कुल पांच लंगर चलते हैं, जिनके संचालकों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है और इन्हें किसी गुप्त स्थान पर ले गई है। पुलिस ने लंगर के तंबू हटा दिए हैं और सड़कों पर लगी दुकानों को भी हटाने की चेतावनी दी है। पुलिस की कार्रवाई से नाराज प्रदर्शनकारी जबरन पूरे इलाके की दुकानों को बंद करा रहे हैं।
प्रदर्शनकारी शाहीन बाग से सटे दूसरे इलाके की दुकानों को बंद कराकर थाने का घेराव करने जा रहे हैं। पुलिस की कार्रवाई के बाद प्रदर्शनकारियों मान रहे हैं कि रात में उनकी बिजली भी काटी जा सकती है, जिसके बाद यहां जनरेटर का इंतजाम किया जा रहा है।
एक माह से अधिक समय से हो रहा प्रदर्शन
मालूम हो कि शाहीन बाग में सीएए के खिलाफ लगभग 40 दिनों से महिलाएं प्रदर्शन कर रही हैं। इसमें हर उम्र की औरतें दिन-रात प्रदर्शन पर बैठी हैं। यहां प्रदर्शन के कारण शाहीन बाग से कालिंदी कुंज वाला मार्ग पूरी तरह से बंद है। इसके चलते नोएडा से दिल्ली और दिल्ली से नोएडा आने-जाने वालों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। यही नहीं छात्रों, दफ्तर जाने वालों, मरीजों और अस्पताल कर्मचारियों को भी काफी परेशानी हो रही है।
इसे लेकर कुछ लोग अदालत भी गए थे, जिसके बाद अदालत ने दिल्ली पुलिस से कहा था कि वह जनहित का ध्यान रखकर रास्ता खुलवाए जिससे लोगों की परेशानी कम हो सके।
ऐसे में पुलिस कई दिनों से प्रदर्शनकारियों को शाहीन बाग से हटने और रास्ता खाली करने के लिए मना रही थी, लेकिन प्रदर्शनकारी हटने को तैयार नहीं थे। उनका कहना था कि प्रधानमंत्री उनसे मिलने आएं या फिर ये कानून वापस लिया जाए, तभी हम प्रदर्शन से हटेंगे।