शांतिपूर्वक निकला अलम फतेह फुरात का जुलूस

शांतिपूर्वक निकला अलम फतेह फुरात का जुलूस

कड़े सुरक्षा घेरे और सीसीटीवी कैमरो की निगरानी मे निकला जुलूस डीएम एसएसपी रहे मौजूद

लखनऊ: हर वर्ष मोहर्रम की आठ तारीख को दरिया वाली मस्जिद से निकलने वाला अलम फातेह फुरात का जुलूस कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच निकाला गया। अलम फातेह फुरात का जुलूस रात लगभग 10 बजे दरिया वाली मस्जिद से रवाना हुआ ये जुलूस हर वर्ष अन्जुमन रज़ा काराने हुसैनी के तत्वाधान मे निकाला जाता है। जुलूस से पहले मौलाना सै0 कल्बे जव्वाद नक़वी ने मजलिस पढ़ी जिसमे उन्होने बताया कि किस तरह से हज़्ारत इमाम हुसैन अ0स0 के छोटे भाई जनाबे अब्बास अ0स0 को यज़ीदी फौज द्वारा क़त्ल किया गया। मौलाना कल्बे जव्वाद हज़रत अब्बास अ0स0 की शहादत का मंज़र बयान कर रहे थे और वहां मौजूद हज़ारो ग़मज़दा अज़ादारो की आॅखो से आॅसू टपक रहे थे। मान्यता है कि हज़रत इमाम हुसैन का लशकर 2 मोहर्रम को कर्बला की सरज़मीन पर पहुॅचा था । काफिला प्यास की शिददत से परेशान था और नहरे फुरात यज़ीदी फौज के कब्ज़े मे थी । हज़रत इमाम हुसैन अ0स0 की मासूम बेटी जनाबे सकीना अ0स0 प्यास की शिददत से तड़प रही थे उन्होने अपने चचा हज़रत अब्बास अ0स0 से प्यास की शिददत बताते हुए कहा अम्मू जान मुझे प्यास लगी है तब भतीजी की प्यास बुझाने के लिए हज़रत अब्बास अ0स0 पानी की मश्क लेकर अपने खेमे की तरफ से नहरे फुरात तक गए जहा उन्होने खुद के पीने के लिए हाथो से पानी लिया लेकिन भतीजी की प्यास का मंज़र उनके ज़हन मे ताज़ा हो गया उन्होने अपने हाथ का पानी नहर मे वापस किया और मश्क़़ को पानी से भर लिया जैसे ही हज़रत अब्बास अ0स0 पानी की मश्क़़ लेकर खेमे की तरफ चले वैसे ही पहले से घात लगाए बैठी यज़ीद की फौज ने उन पर चारो तरफ से हमला कर दिया और दीने इस्लाम की खातिर हज़रत अब्बास अ0स0 ने अपनी शहादत दे दी। अलम फातेह फुरात का जुलूस कर्बला के इसी मंज़र की याद दिलाता है। मौलाना कल्बे जव्वाद नकवी की मजलिस के समापन के बाद अलम फातेह फुरात का जुलूस दरिया वाल मस्जिद से इमाम बाड़ा गुफ़रान मआब के लिए रवाना हुआ । हज़रत अब्बास अ0स0 का अलम लेकर चल रहे अज़ादार या सकीना या अब्बास के नारे लगा रहे थे और अपने हाथो मे मशाल लेकर चल रहे थे। जुलूस दरिया वाली मस्जिद से रवाना होकर टीले वाली मस्जिद आसिफी इमामबा़ड़ा रूमी गेट नीबू पार्क कंचन मार्केट होता हुआ देर रात गुफरान मआब इमामबाड़ा पहुॅच गया। जुलूस से पहले एसएसपी कलानिधि नैथानी ने जुलूस को शान्तीपूर्ण तरीके से सम्पन्न कराने के लिए सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए थे चप्पे चप्पे पर पुलिस का सख्त पहर था । सीसीटीवी कैमरा टीम और ड्रोन कैमरो की मदद से जुलूस की निगरानी भी की गई। जुलूस से पहले बुद्धवार की सुबह एडीजी राजीव कृष्णा आईजी सुजीत पाडेण्य एसएसपी कलानिधि नैथानी ने पुलिस अफसरो के साथ पाटा नाला पुलिस चैकी मे अलम फातेह फुरात का जुलूस शान्तीपूर्ण माहौल मे सम्पन्न कराने के लिए मंथन किया और वरिष्ठ अधिकारियो ने अपने मातहतो को दिशा दिर्नेश भी दिए। आपको बता दे कि वर्ष 2016 तक ये जुलूस शाहमीना रोड की तरफ से निकाला जाता था जहंा रास्ते मे चार बड़े अस्पताल है जुलूस के दौरान मरीज़ो को होने वाली परेशानी से बचाने के मददे नज़र माननीय न्यायालय के सुझाव पर शिया समुदाय ने आपसी सहमति से जुलूस का मार्ग परिवर्तित किया और 2017 से ये जुलूस अपना रास्ता बदल कर नीबूं पार्क के रास्ते से निकाला जाने लगा। जुलूस मे नंगे पैर शामिल होने वाले अज़ादारो को परेशानी न हो इसके लिए टीले वाली मस्जिद से लेकर नीबू पार्क तक सड़क पर नगर निगम द्वारा मैट बिछा कर ज़मीन को अज़ादारो के चलने के लिए नर्म कर दिया गया था। जुलूस के मार्ग की नगर निगम द्वारा सफाई व्यवस्था पहले से ही सुनिश्चित कर ली गई थी ं इसके अलावा जुलूस के मार्ग से जुड़ने वाले मार्गो पर नगर निगम द्वारा बैरिकेटिंग भी की गई थी। जुलूस के मार्ग पर टहलने वाले आवारा पशुओ को नगर निगम के कैटिल कैचिंग दस्ते की मदद से हटाया भी गया। कुल मिला कर ज़िला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने जुलूस को शान्तीपूर्ण माहौल मे बाधा रहित सम्पन्न कराने के लिए कोई कोर कसर नही छोड़ी।

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