पब्लिक रिलेशंस और न्यू मीडिया पर हुआ सेमिनार
लखनऊ: पब्लिक रिलेशंस क्षेत्र की अग्रणी कम्पनी कैवल्य कम्युनिकेशन द्वारा दसवीं वर्षगांठ के अवसर पर ‘पब्लिक रिलेशंस और न्यू मीडिया‘ पर सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में वरिष्ठ पत्रकाररतन मणि लाल, एमिटी स्कूल आॅफ कम्युनिकेशन के डायरेक्टर प्रो0 डाॅ0 संजय मोहन जौहरी, वरिष्ठ पत्रकारसुधीर मिश्र व भारती एयरटेल के उ0प्र0, उत्तरांखड, राजस्थान, बिहार व झारखंड के कार्पाेरेट कम्युनिकेशन हेड श्री यू श्रीनिवासन ने पब्लिक रिलेशंस और न्यू मीडिया के विषय पर चर्चा की।
इस अवसर पर श्रीमती अपर्णा यादव, विधायिका सुश्री अदिति सिंह, विधान परिषद सदस्य श्री सुनील सिंह साजन, शालीमार कार्प के एमडी श्री खालिद मसूद, फिक्की यूपी के स्टेट काउंसिल हेड श्री अमित गुप्ता मौजूद थे।
वरिष्ठ पत्रकार रतन मणि लाल ने सेमिनार के विषय की उपयोगिता के साथ पब्लिक रिलेशंस की शुरूआती दौर से लेकर डिजिटल युग तक आये बदलाव पर कहा कि अब पीआर प्रोफेशनल्स को अब तेज होने की आवश्यकता है क्योंकि अब कोई खबर अखबार के छपने का इंतजा़र नहीं करती है बल्कि पहले सोशल मीडिया और फिर न्यूज़ पोर्टल पर आ जाती है। साथ ही सोशल मीडिया पर अब सभी प्रकार की प्रतिक्रियायें आती हैं जिसके लिये आपको तैयार रहना होता है।
एमिटी स्कूल आफ कम्युनिकेशन के डायरेक्टर प्रो0 डाॅ0 संजय मोहन जौहरी ने कहा कि बदलते मीडिया माध्यमों के चलते हम पब्लिक रिलेशंस व एडवरटाइजिंग के विद्यार्थियों को प्रिंट मीडिया की विश्वसनीयता के साथ-साथ डिजिटल युग की तेजी के लिये तैयार कर रहे हैं।
वरिष्ठ पत्रकार सुधीर मिश्र ने पब्लिक रिलेशंस से जुड़े युवाओं को आम जनमानस के हित से जुड़ी खबरों पर काम करने की सलाह दी। साथ ही सोशल मीडिया पर आ रही सूचनाओं को पहले विश्वसनीय सूत्र से परखने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि आज अखबार के सर्कुलेशन का एक माध्यम ईपेपर भी है। जिसके माध्यम से आपको आपके मोबाइल पर सही खबर मिल रही है जोकि सोशल मीडिया की फेक न्यूज से आपको बचा सकती है क्यांेकि अखबार आज भी सबसे खबर का सबसे विश्वसनीय स्त्रोत है।
भारती एयरटेल के उ0प्र0, उत्तरांखड, राजस्थान, बिहार व झारखंड के कार्पाेरेट कम्युनिकेशन हेड यू श्रीनिवासन ने बताया कि आज कार्पाेरेट कंपनीज़ को सोशल मीडिया के आने बाद काफी सतर्क रहना होता है। क्योंकि आज जब सोशल मीडिया पर कोई आम आदमी कुछ लिख रहा है तो ज़रूरी नहीं है उसे उस सेक्टर का सही ज्ञान हो लेकिन उस सोशल मीडिया की पोस्ट को स्थापित मीडिया हाउस के द्वारा जब खबर के रूप में सामने लाया जाये तो वहां ये जानना ज़रूरी है कि उस पोस्ट का सच क्या है।