नंदिता दास ने किया CAA का विरोध
जयपुर : राजस्थान की राजधानी में जयपुर लिट्रेचर फेस्टिवल-2020 (Jaipur Literature Festival) के पहले ही दिन साहित्य पर चर्चा के बीच राजनीतिक मुद्दे भी छा गए | एक्ट्रेस नंदिता दास ने फेस्ट में सीएए (Citizenship Amendment Act) और एनआरसी (National Register of Citizens) की मुखालफत करते हुए इसके विरोध में सभी से आवाज उठाने की अपील की है |
JLF में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए नंदिता ने कहा, ‘भारत एक सेक्युलर कंट्री है, लेकिन देश में आज बहुत समस्याएं हैं | देश में बेरोजगारी इतनी बढ़ गई है, जो पहली कभी नहीं थी | आर्थिक हालत में बदतर होते जा रहे हैं, लेकिन ऐसा पहली बार हो रहा है जब धर्म के नाम पर लोगों से पहचान मांगी जा रही है |
इस बात का विरोध हो रहा है | छात्रों ने इसकी शुरुआत की है | इसके खिलाफ सभी को आवाज उठानी चाहिए |’ उन्होंने कहा कि मतभेद होना अलग बात है, लेकिन सभी को अपनी बात रखने का अधिकार है |’
नंदिता दास जयपुर लिट्रेचर फेस्टिवल में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि आपसे भारतीय होने का सूबत मांगा जा रहा है और दिल्ली की तरह शाहीन बाग हर जगह बन रहे हैं | उन्होंने कहा कि देश में ऐसा पहली बार हो रहा है, जब धर्म के नाम पर लोगों को विभाजित किया जा रहा है |
मंटो से चर्चा फिर चर्चा में आई थीं नंदिता
बता दें कि नंदिता दास की गिनती उन अभिनेत्रियों में की जाती हैं, जिन्होंने अपने बेहतरीन अभिनय से पूरी दुनिया में पहचान बनाई है | अभिनय के अलावा नंदिता निर्देशन के लिए भी जानी जाती हैं | उन्होंने न केवल हिंदी बल्कि अंग्रेजी, बंगाली, मलयालम, तेलुगू, उर्दू, तमिल, मराठी, उड़िया और कन्नड़ भाषा की फिल्मों में भी काम किया है |
साल 2018 में उनके निर्देशन में बनी फिल्म ‘मंटो’ से भी चर्चा में रहीं | यह फिल्म लेखक सआदत हसन मंटो पर बनाई गई थी |
कई चर्चित फिल्मों से रहा है नंदिता का नाता
साल 1999 में रिलीज हुई नंदिता की फिल्म अर्थ भारत-पाकिस्तान बंटवारे पर बनाई गई थी | इस फिल्म में नंदिता के साथ आमिर खान भी नजर आए थे | फिल्म का निर्देशन दीपा मेहता ने किया था और संगीत एआर रहमान का था | नंदिता दास ने इस फिल्म में शांता का रोल निभाया था जो एक मुस्लिम लड़के से प्रेम करती है |
दीपा मेहता की फिल्म फायर की वजह से नंदिता की बॉलीवुड में काफी चर्चा हुई थी | ये फिल्म समलैंगिक रिश्ते को लेकर बनाई गई थी | फायर दो महिलाओं के अकेलेपन को दर्शाती है | फिल्म में शबाना और नंदिता के बीच लिप लॉक सीन फिल्माया गया था, जिसकी वजह से फिल्म विवादों में घिर गई थी |