दिमागी बुखार के मरीजों को विशेषज्ञ डॉक्टरों की सलाह के लिए टेलीमेडिसिन केंद्र शुरू
लखनऊ। दिमागी बुखार के मरीजों के लिए अच्छी खबर है। अब उन्हें विशेषज्ञ डॉक्टरों की सलाह उन्ही अस्पतालों में मिल सकेगी जहाँ वे इस बीमारी का इलाज़ करवा रहे हैं. इसके लिए एक टेलीमेडिसिन केंद्र की शुरूआत लखनऊ के केजीएमयू के ट्रामासेंटर में की गयी है।
इस टेलीमेडिसिन केंद्र से केजीएमयू के विशेषज्ञ डॉक्टर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये सम्बंधित अस्पतालों के डॉक्टरों से संपर्क कर उन्हें सलाह देंगे जिससे दिमागी बुखार के मरीजों का समुचित इलाज़ किया जा सके।
केजीएमयू के ट्रामा सेंटर के द्वितीय तल पर स्थापित इस टेलीमेडिसिन केंद्र का निर्माण पीओसिटी ग्रुप व अमेरिका की कंपनी इवालको द्वारा किया गया है।
इवालको के डायरेक्टर डॉ.विनीत ध्यानी ने कहा कि उत्तरप्रदेश के पिछड़े इलाके पूर्वांचल के गोरखपुर सहित सात जनपदों में दिमागी बुखार से हर साल बड़ी संख्या में लोग प्रभावित होते हैं. इनमें सबसे अधिक संख्या बच्चों की होती है। तमाम मरीजों की तो मौत भी इस बीमारी के चलते हो जाती है।
उन्होंने कहा कि इन मरीजों को विशेषज्ञ डॉक्टरों की सलाह के लिए पहले लखनऊ या अन्य किसी बड़े शहर के अस्पतालों में संपर्क करना पड़ता था, जिसमें उनका समय व पैसा दोनों बर्बाद होता था। कभी कभी तो समय से उचित इलाज़ न मिलने से उनकी जान को भी खतरा हो जाता था। अब मरीजों को ऐसी स्थिति का सामना नहीं करना पड़ेगा।
केजीएमयू के सोशल आउटरीच प्रभारी डॉ.संदीप तिवारी ने बताया कि टेलीमेडिसिन केंद्र की इस सुविधा के स्थापित होने से सात जिला अस्पतालों व 15 गावों को हेल्थ राडार सिस्टम से जोड़ दिया गया है।
डॉ. तिवारी ने बताया कि मरीजों के विवरण को एकत्र किये जाने हेतु रोबोटिक ट्राईएज कियोस्क की स्थापना बस्ती, सिद्दार्थनगर, गोरखपुर, महाराजगंज, देवरिया एवं कुशीनगर में की गयी है। इस सिस्टम के स्थापित होने से विशेषज्ञ डॉक्टरों की परामर्श देने की क्षमता 30 से 40 प्रतिशत तक बढ़ जाती है।
गौरतलब है कि दिमागी बुखार से खास तौर पर प्रभावित गोरखपुर सहित क्षेत्र के सात जनपदों (बस्ती, सन्तकबीरनगर, सिद्दार्थनगर, महाराजगंज, देवरिया, कुशीनगर) को विशेषज्ञ डॉक्टरों की सलाह वहीं के अस्पतालों में मुहैया कराने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार ने केजीएमयू के ट्रामा सेंटर के द्वितीय तल को रेफरल सेंटर के रूप में परिवर्तित किया है।
इस रेफरल सेंटर से दिमागी बुखार से प्रभावित मरीजों को वहां के जिला अस्पतालों, सीएचसी, पीएचसी पर ही विशेषज्ञ डॉक्टरों की सलाह प्रदान करने के लिए इस टेलीमेडिसिन केंद्र की शुरूआत की गयी है।