कोरियाई प्रायद्वीप के परमाणु निरस्त्रीकरण पर होगी मुख्य रूप से चर्चा

कोरियाई प्रायद्वीप के परमाणु निरस्त्रीकरण पर होगी मुख्य रूप से चर्चा

सोल। सोल रक्षा वार्ता (एसडीडी) के सातवें संस्करण में शामिल होने आए करीब 50 देशों के सैन्य विशेषज्ञ और उच्च स्तरीय सैन्य अधिकारियों के बीच कोरियाई प्रायद्वीप को परमाणु मुक्त बनाने, हिंसक चरमपंथ को रोकने के लिए रक्षा सहयोग और समुद्री सुरक्षा जैसे विषयों पर चर्चा और विचार-विमर्श किया जाएगा। उपमंत्रियों के स्तर पर होने वाली यह वार्ता एक वार्षिक बहुपक्षीय सुरक्षा बैठक है। ‘सतत शांति : संघर्ष से सहयोग तक’ के विषय पर चर्चा के साथ इसकी शुरुआत हुई।

साल 2012 में हुई थी पहली सोल रक्षा वार्ता
दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक संबंधित सरकारी अधिकारी एवं विशेषज्ञ बड़े पैमाने पर कोरियाई प्रायद्वीय तथा विश्व भर में शांति एवं सुरक्षा स्थापित करने पर विचार रखने और अपनी राय साझा करने के लिए एकत्रित हुए है। उन्होंने बताया कि पहली सोल रक्षा वार्ता 2012 में हुई थी और समय के साथ-साथ यह गुणात्मक एवं संख्यात्मक रूप से बढ़ी है। यह वार्ता “रक्षा सहयोग के लिए कदम उठाने का प्रभावी स्थान” बन गई है, जिसमें विभिन्न देशों एवं अंतरराष्ट्रीय संस्थानों से सुरक्षा विशेषज्ञ और उच्च स्तरीय रक्षा अधिकारी शामिल हो रहे हैं।

सात नए देशों को किया गया आमंत्रित
रक्षा मंत्रालय द्वारा साझा की गई जानकारी के मुताबिक, “इस साल मध्य एशियाई देशों समेत सात नए देशों ताजिकिस्तान, किर्गिस्तान, कजाकिस्तान, ब्राजील, स्वीडन, स्पेन और मिस्र को आमंत्रित किया गया है.’’ शुक्रवार को खत्म होने वाले इस तीन दिवसीय कार्यक्रम में कई सत्रों का आयोजन होगा।

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