असली वर्दी में नकली महिला इंस्पेक्टर साथियों के साथ धरी गई
असली वर्दी में नकली महिला इंस्पेक्टर साथियों के साथ धरी गई
लखनऊ। तीन स्टार लगी वर्दी, यूपी 32 बीजी 6328 स्कार्पियो वाहन,साथ में चालक और आगे बैठा एक हमराही। कुछ ऐसे ही अंदाज में रायबरेली निवासी शाहीन बानो ने खुद को इंस्पेक्टर होने का दावा कर राजधानी लखनऊ के मोहनलालगंज क्षेत्र स्थित फुलवरिया मोड़ तिराहे पर आने-जाने वाले वाहनों को रोककर चालकों पर रौब गांठ धड़ल्ले से मोटी वसूल रही थी। इसी दौरान किसी ने इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंचे इंस्पेक्टर धीरेन्द्र कुशवाहा स्कार्पियों में बैठी महिला की चाल-ढाल और वर्दी को देखा तो खादी वर्दी पर लाल जूता और नेम प्लेट भी बायें से दाहिनों ओर लगा रखी थी, इससे साफ हो गया कि असली वर्दी में नकली ये महिला इंस्पेक्टर है। पुलिस ने आरोपित महिला व उसके दो साथियों को गिरफ्तार कर इनके पास से छह स्टार, वर्दी व स्कार्पियो बरामद किया है।
पुलिस ने रायबरेली जिले के महराजगंज थानाक्षेत्र स्थित इन्दौरा गांव निवासी शाहीन बानो उसके दो साथियों बछरावां थानाक्षेत्र स्थित गाजियापुर शेखपुर गांव निवासी रामकिशोर व रायबरेली जिले के हरचन्दपुर थानाक्षेत्र के जोहवा गांव निवासी जितेन्द्र जायसवाल को गिरफ्तार किया। एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि आरोपित महिला ने पहले बताया कि वह अमेठी शहर कोतवाली में बतौर महिला इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत है। उन्होंने बताया कि इस पर इंस्पेक्टर मोहनलालगंज धीरेन्द्र कुशवाहा ने अमेठी कोतवाली से संपर्क किया तो सामने आया कि यहां पर इस नाम की कोई भी महिला इंस्पेक्टर तैनात नहीं है। इस पर पुलिस आरोपित फर्जी महिला इंस्पेक्टर शाहीन को कोतवाली लेकर आयी और गहनता से पूछताछ की तो वह टूट गई। इंस्पेक्टर धीरेन्द्र कुशवाहा के मुताबिक पूछताछ में अपना जुर्म इकबाल करते हुए बताया कि उसे कुछ पैसों की जरुरत थी जिसको लेकर वह पुलिस की वर्दी पहनकर ठगी का रास्ता अपनाने की बात बतायी। एसएसपी कलानिधि नैथानी का कहना है कि आरोपित शाहीन के गिरोह में कितने और लोग शामिल हैं इसके बारे गहन छानबीन की जा रही है।